
गायत्री शक्तिपीठ में आचार्य देव कृष्ण के सान्निध्य में भव्य रुद्राभिषेक ॐ नमः शिवाय पंचाक्षरी मंत्र से गूंजा परिसर
आज शिव महापुराण के चतुर्थ दिवस पर स्थानीय गायत्री मंदिर में भागवत प्रवाह आध्यात्मिक सेवा संस्थान एवं गायत्री शक्ति पीठ के संयुक्त तत्वाधान में यज्ञ आचार्य देवकृष्ण के सान्निध्य में आयोजित प्रातः कालीन शिव रुद्राभिषेक एवं पूजन आरती में नगर के श्रद्धालु शामिल होकर शिवमय हो गए।
पवित्र श्रावण मास में गायत्री शक्तिपीठ में आयोजित इस पूजा में आचार्य देवकृष्ण ने संगीतमय रुद्राभिषेक का अमृत रसपान कराते हुए संतोष वैष्णव के मधुर भजनों के साथ उपस्थित श्रद्धालुओं को भक्ति रस से सराबोर कर दिया।
आज रुद्राभिषेक मे श्रद्धालुओं के द्वारा पार्थिव शिवलिंग स्थापित कर अभिषेक व पंचोपचार पूजन रुद्राष्टकम मंत्र के साथ किया गया।
पश्चात कथा व्यास पंडित राजेन्द्र महाराज ने कहा कि श्रद्धालुओं को प्रसाद और आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहा कि अगर हमें शिवजी और उसके भक्तों अर्थात साधु संतों का अनुग्रह प्राप्त हो तो नवग्रह के दुष्प्रभाव से भी हम मुक्त हो जाते हैं।
भागवत प्रवाह के संरक्षक अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने शिव महापुराण कथा यज्ञ की चर्चा करते हुए बताया कि गायत्री शक्तिपीठ एवम् भागवत प्रवाह आध्यात्मिक सेवा संस्थान छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा में लोग श्रावण के पवित्र मास में प्रतिदिन अनवरत अमृत रसपान कर रहे हैं और आयजन श्रद्धालुओं की स्वस्फूर्त उपस्थिति आयोजन की गुरुता को बढ़ा रहा है, कथा में नगर के साथ साथ रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर अंचल के लोग सार्वजनिक शिव महापुराण कथा में बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं तथा आयोजक गायत्री शक्तिपीठ की पहल की तारीफ कर रहे हैं।
विदित हो कि स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ एवं भागवत प्रवाह आध्यात्मिक सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में प्रतिदिन प्रातः कालीन सार्वजनिक रुद्राभिषेक पूजन का आयोजन किया जा रहा है जिसमें गायत्री परिवार के द्वारा श्रद्धालुओं को शामिल होने का आग्रह किया गया है ।